बिल गेट्स

बिल गेट्स

माइक्रोसॉफ्ट नामक कम्पनी के सह संस्थापक तथा अध्यक्ष बिल गेट्स (विलियम हेनरी गेट्स III)का जन्म 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन के एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ, उनके पिता का नाम विलियम एच. गेट्स तथा माता का नाम मेरी मैक्सवैल था । पिता लब्ध प्रतिष्ठित वकील तथा माता एक बैंक के व्यवस्थापक मंडल की सदस्य थीं ।

वर्ष 1975 में बिल गेट ने पाल एलन के साथ विश्व की सबसे बड़ी साफ्टवेयर कम्पनीकी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की ।बिल गेट्स पर्सनल कंप्यूटर क्रान्ति के अग्रिम श्रेणी के उद्यमी माने जाते हैं, तथापि बिल गेट्स की आलोचना उनकी व्यापार रणनीतियोँ के लिए की जाती रही है एकाधिकार वादी व्यापारिक रणनीति अपनाने की आलोचना कतिपय न्यायलयो द्वारा भी की गयी है ।

32 साल पुरे होने के पहले ही 1987 में उनका नाम अरबपतियों की फ़ोर्ब्स की सूचि में आ गया और कई साल तक वो इस लिस्ट में नम्बर वन पर भी रहे | 2007 में उन्होंने 40 अरब डालर ( लगभग 1760 अरब रूपये ) दान में दिए | बिल गेट्स माइक्रोसाफ्ट के चेयरमैन हैं , जिसका साल 2010 का करोबार 63 अरब डालर और मुनाफा करीब 19 अरब डालर था |

बिल गेट्स खाते - पीते घर के हैं | स्कूल में उन्होंने 1600 में से 1590 नंबर पाए थे पढाई के दौरान ही कंप्यूटर प्रोग्राम बनाकर उन्होंने 4 , 200 डालर कमा लिए थे और टीचर से कहा था कि मैं 30 वर्ष कि उम्र में करोडपति बनकर दिखाऊंगा और 31 वर्ष में वह अरबपति बन गये | वह विलासितापुर्वक नहीं रहते , लेकिन वह व्यवस्थित जीवन जीते हैं | डेढ़ एकड़ के उनके बंगले में सात बेडरूम , जिम स्विमिंग पूल थियेटर आदि हैं | पन्द्रह साल पहले उसे करीब 60 लाख डालर में खरीदा था | उन्होंने लियोनार्दो दी विंची के पत्रों , लेखों को तीन करोड़ डालर में खरीदा था | ब्रिज , टेनिस और गोल्फ के खिलाडी बिल गेट्स अपने तीन बच्चों के लिए अपनी पूरी जायदाद छोड़कर नहीं जाना चाहते , क्युकी उनका मानना है कि अगर मैं अपनी संपत्ति का एक प्रतिशत भी उनके लिए छोड़ दूँ तो वह काफी होगा | उन्होंने दो किताबें भी लिखीं हैं , द रोड अहेड और बिजनेस @ स्पीड ऑफ़ थोट्स |

साल 1994 में उन्होंने अपने कई शेयर्स बेच दिए और एक ट्रस्ट बना लिया , जबकि उन्होंने 2000 में अपने तीन ट्रस्टों को मिलाकर एक कर दिया और पूरी पारदर्शिता से दुनियां भर में जरूरतमंद लोगों की मदद करने लगे | बिल गेट्स की कमी , एकाधिकारी व्यवसायिक निति और प्रतिस्पर्द्धा उन्हें बार - बार विवादों में भी धकेलती रही है | 16 साल तक अरबपतियों की सूचि में नंबर वन रह चुके बिल गेट्स अपनी कामयाबी के सूत्र इस तरह बताते हैं |

13 साल की आयु में उन्हें लेकसाइड स्कूल में डाला गया, जो की एक प्रचलित प्राइवेट स्कूल था. जब वे आठवीं कक्षा में थे, विद्यालय के मदर क्लब ने लेकसाइड स्कूल के रद्दी सामानों की बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग विद्यालय के छात्रों के लिए एक ऐ.एस.आर – 33 टेलीपैथी टर्मिनल तथा जनरल इलेक्ट्रिक(जी.ई.) कंप्यूटर पर एक कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदने के लिए किया. गेट्स ने बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा में (जी.ई.) सिस्टम की प्रोग्रामिंग में रूचि दिखाई और उन्हें उनकी इस रूचि के लिए गणित की कक्षाओं से छूट दी गई। उन्होंने अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम इस मशीन पर लिखा : जो था टिक-टैक-टो (tic-tac-toe) का उपयोगकर्ता (यूज़र) को कंप्यूटर से खेल खेलने का अवसर प्रदान करता था।




बिल गेट्स ने जनवरी 2000 में माइक्रोसोफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद छोड़ दिया। वे अध्यक्ष एवं मुख्य सॉफ्टवेयर वास्तुकार के पद पर बने रहे। जून 2006 में, गेट्स ने घोषणा की कि वह माइक्रोसोफ्ट में पूर्णकालिक कार्यावधी में परिवर्तन कर, माइक्रोसोफ्ट में अंशकालिक कार्य (Part-time work) और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन में पूर्णकालिक कार्य (Full-time work) करेंगे। वे अपने कर्तव्यों को क्रमशः रे ओज्जी, सॉफ्टवेयर मुख्य वास्तुकार औरक्रेग मुंडी, मुख्य अनुसंधान सह योजना अधिकारी के बीच तबादला करते गए।

27 जून, 2008 गेट्स के लिए माइक्रोसॉफ्ट में अन्तिम पूर्ण दिवस था। वे माइक्रोसॉफ्ट में अंशकालिक, अकार्यकारी अध्यक्ष के रूप में रहते हैं।

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